Top भाग्य Vs कर्म Secrets

उसकी तार्किक व्याख्या इस प्रकार दी जाती है की ….फल की चिंता अर्थात स्ट्रेस या तनाव जब हम कोई काम करते समय जरूरत से ज्यादा ध्यान फल या रिजल्ट पर देते हैं तो तनाव का शिकार हो जाते हैं

देखो भाग्य …..रिक्शे वाले का बेटा आईएएस अफसर बन गया ( गोविन्द जयसवाल ) अरे भाग्य क्या उनका कर्म देखो तुम्हारे check here आंसूं निकल आएंगे जब उनके संगर्ष (कर्म) की कहानी सुनोगे.

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न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः ॥

क्योंकि जो जैसा कर्म करता है उसको वैसा ही परिणाम मिलता है। जैसे हो सकता है कि हमारे भाग्य में सरकारी नौकरी हो लेकिन हम उसके लिए तैयारी न करे या पढ़ाई नही करेगे तो क्या भाग्य से हमे नौकरी मिल जाएगी।

हर साल लाखों युवा हीरो बनाने मुंबई जाते हैं, पर क्या हेमशा वही हीरो बनता है जो सबसे मेहनती होता है….

भाग्य जड़ है और कर्म चेतन

फिर हम मोदी क्यों नहीं बने

‘जो घर पर हो सकता है वो बाहर….’, बच्चों की डेटिंग लाइफ पर एक्ट्रेस का बड़ा बयान, बेटी को एडल्ट चीज देने की भी कही थी बात

बाकी उसी को बेमन से पढ़ते रहे , असफल होते रहे और भाग्य को दोष देते रहे

आचार्य जी-बहुत अच्छे, मुझे यह जानकार खुशी हुई की आप गीता में भी विश्वास रखते हैं।

आप पहले तय कर लीजिये कि आप पक्ष में हैं या विपक्ष में और उसी के मुताबिक अपना कमेंट डालिए.

भाग्य कुछ नहीं होता बस भविष्य होता है कर्म सोच और मेहनत का परिणाम है. अगर आप सही कर्म के सारे दाव पेंच अच्छे से निभा रहे है.

I believe in the majority of cases luck prevails over labour or karma. I've viewed lots of these types of individuals who experienced under no circumstances been seriously interested in their occupation and expended time aimlessly with close friends and nonetheless got very good work.

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